East Central Railway: शुरू में, गर्मियों में यात्रियों की भीड़ बढ़ते हुए ट्रेनों में अतिरिक्त कोच लगाए जाते थे। लेकिन अब यह व्यवस्था संभव नहीं है क्योंकि पूर्व मध्य रेलवे द्वारा चलाई जाने वाली लगभग सभी ट्रेनों में अधिकतम कोच क्षमता का निर्धारण कर दिया गया है। इन ट्रेनों में अब अतिरिक्त कोच लगाने का कोई विकल्प नहीं है। इसलिए, अब शायद वेटिंग बढ़ने पर भी अतिरिक्त कोच लगाने का अवसर नहीं मिलेगा। दूसरी ओर, गर्मियों में यात्रियों की भीड़ को ध्यान में रखते हुए, पूर्व मध्य रेलवे ने कुछ स्पेशल समर ट्रेनें चलाने का फैसला किया है।
पूमरे की सभी एलएचबी 22 व पारंपरिक ट्रेनों में 24 बोगियां की गयी
जानकारों की मानें, तो पूर्व मध्य रेलवे से चलने वाली सभी एक्सप्रेस ट्रेनें एलएचबी की 22 और पारंपरिक की 24 बोगियां कर दी गयी हैं. ये किसी भी ट्रेन की अधिकतम कोच क्षमता है. रेलवे से जुड़े अधिकारियों की मानें, तो होली के पहले ही पूमरे जोन के अलग-अलग स्टेशनों से खुलने वाली सभी ट्रेनों में 22 कोच लगाये गये हैं. ये कोच लगाये जाने के बाद ट्रेनें अधिकतम क्षमता वाली बन गयी हैं. कोच लगने के बाद यात्रियों को काफी राहत मिल रही है. वहीं, बताया जा रहा है कि इस सुविधा से आक्युपेंसी भी बढ़ी है. अधिकतम कोच क्षमता वाली ट्रेनें पूमरे के सभी प्रमुख स्टेशनों पर रुक सकें, इसके लिए छोटे प्लेटफार्मों का विस्तार भी किया गया है.
निजी कोच लगाने की भी गुंजाइश नहीं
जो ट्रेनें अधिकतम कोच क्षमता वाली बनायी जा चुकी हैं, उनमें खासकर एलएचबी रैक वाली ट्रेनों में प्राइवेट अतिरिक्त पार्टी कोच लगाने की गुंजाइश भी नहीं के बराबर रह गयी है. निजी कोच के तहत आप किसी खास मौके जैसे शादी, जन्मदिन आदि पर संबंधित ट्रेन के एक पूरे कोच की बुकिंग या फिर पूरी ट्रेन की बुकिंग ऑनलाइन या रेलवे स्टेशन मास्टर से संपर्क कर करा सकते हैं.
पूरी क्षमता के साथ चल रही ट्रेनें
पूमरे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी वीरेंद्र कुमार ने बताया कि गर्मी की छुट्टी में यात्रियों को कोई परेशानी नहीं हो, इसका ध्यान रखते हुए पूमरे की ओर से कई समर स्पेशल ट्रेनों का परिचालन किया जा रहा है. उम्मीद है कि कुछ अन्य रूटों पर भी चलायी जायेंगी. इतना ही नहीं, पूमरे की सभी एलएचबी व अन्य ट्रेनों में 22 से 24 कोच लगाये जा चुके हैं. पूरी क्षमता के साथ ट्रेनें चल रही हैं.