लाखों भक्तों द्वारा पसंद किए जाने वाले भगवान श्रीराम और उनकी जन्मभूमि अयोध्या का इतिहास अब कॉलेज में छात्रों को पढ़ाया जाएगा। लखनऊ विश्वविद्यालय ने बड़ा ऐलान करते हुए कहा है कि हमने फैसला किया है कि चौथे सेमेस्टर के छात्रों को भगवान राम और अयोध्या बीए का इतिहास पढ़ाया जाएगा। इस फैसले के बाद सोशल मीडिया में कई लोगों ने इस फैसले का स्वागत किया है।
एबीपी न्यूज़ के अनुसार लखनऊ विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. आलोक राय ने कहा कि हम लोग चाहते हैं कि छात्र भगवान राम और अयोध्या के इतिहास के बारे में अधिक से अधिक जानकारी जुटा सकें. वर्तमान समय में लोग अयोध्या का सिर्फ धार्मिक आध्यात्मिक महत्व जानते हैं.
अब उन्हें वैज्ञानिक महत्व भी जानना चाहिए. संस्थान के तौर पर हमारी जिम्मेदारी है कि जो भी कंटेंपरेरी चीज है, समीचीन है, जिसका कोई सिग्निफिकेंस है, जो ज्ञान व रिसर्च को बढ़ाने में महत्व रखता है ऐसी सभी चीज को हम पढ़ाएं
बताते चलें कि भगवान श्रीराम का जन्म त्रेता युग में अयोध्या नगरी में हुआ था. उनके पिता का नाम राजा दशरथ और माता का नाम कौशल्या था. पिता के वचन का पालन करने के लिए वे 14 वर्षों तक वनवास गए थे. इसी बीच रावण द्वारा माता सीता का हरण किए जाने पर उन्होंने समुद्र पर पुल बांदा और लंका विजय कर रावण का संहार किया.