1 जुलाई-कल से शुरू होने वाली बाबा बफार्नी, या अमरनाथ यात्रा, पहले की तरह चुनौतीपूर्ण नहीं होगी। शिव उपासकों को अब गुफा के तंग रास्तों से होकर नहीं गुजरना पड़ेगा। वे बाबा बफार्नी के दर्शन के लिए आसानी से जा सकेंगे।
यानी पहले की तुलना में अब गुफा तक आने-जाने में परेशानियों का सामना नहीं करना पड़ेगा. पिछली बार अमरनाथ के दर्शन के लिए 3.60 लाख श्रद्धालु दर्शन के लिए आए थे, इस बार पांच लाख के करीब श्रद्धालुओं के आने का अनुमान है.
बॉर्डर रोड आर्गनाइजेशन (बीआरओ) ने यहां पर कई ऐसे काम कराए हैं, जिससे बाबा बफार्नी की यात्रा सुगम हो गयी है. गौरतलब है कि 62 दिवसीय अमरनाथ यात्रा 1जुलाई से दो मार्गों से शुरू हो रही है. पहला अनंतनाग से पारंपरिक 48 किमी. लंबा पहलगाम मार्ग और दूसरा 14 किमी. बालटाल मार्ग से होगी.
बारिश से बचने के लिए बीच बीच में शेल्टर भी बनाए गए हैं.
बीआरओ के महानिदेशक लेफ्टीनेंट जनरल राजीव चौधरी के अनुसार अमरनाथ गुफा की ओर जाने वाले दोनों रास्ते पहले अधिक संकरे थे, इस वजह से भक्तों को आवागमन में परेशानी होती थी. भक्तों की इस परेशानी को दूर करने के लिए रास्ते को चौड़ा कर करीब 12 फीट कर दिया गया है, जो पहले 8 फीट से कम चौड़े थे.
सुरक्षित यात्रा कराने के लिए किनारे किनारे रेलिंग लगायी गयी है.
इसके साथ ही, पुराने ट्रैक के मरम्मत का काम और कुछ ट्रैक का दोबारा से निर्माण भी किया गया है. इतना ही नहीं लैंडस्लाइड वाले स्थानों के आसपास भक्तों के लिए शेड बनाए गए हैं, जिससे लैंडस्लाइड के दौरान सुरक्षित स्थानों पर आ सकें. वहीं, फिसलन वाली सड़कों को ठीक किया गया है, जिससे बारिश में श्रद्धालु फिसलें नहीं और किसी भी तरह के हादसे से बचाया जा सके.
श्रद्धालुओं को लैंडस्लाइड से बचाने के लिए इंतजाम किए गए हैं.
स्पैन स्टील ब्रिज का निर्माण
चंदनवाड़ी वाले रास्ते पर 10 अलग-अलग स्थानों पर स्पैन स्टील ब्रिज बनाए गए हैं. वहीं, बालटाल की तरफ से गुफा को जाने वाले रास्ते पर भी 8 ब्रिजों का निर्माण किया गया है.
सुगम यात्रा कराने के लिए ट्रैक को चौड़ा कर करीब दोगुना कर दिया गया है.
बारिश से बचने को शेल्टर
इसके साथ ही 25 बारिश से बचने के लिए रेन शेल्टर बनाए गए हैं. इनमें चंदनबाड़ी से पिस्सू टॉप के बीच एक, पंचतरणी से संगम के बीच तीन, संगम से पवित्र गुफा के बीच एक, दोमेल से रायलपथरी के बीच छह, रायलपथरी से बरारीमार्ग के बीच पांच, बरारीमार्ग पर तीन, वाई जंक्शन से सावगाम के बीच चार, कालीमाता ट्रैक पर 2 शामिल हैं.
ट्रैक पर पड़ने वालों पुलों को बेहतर किया गया है.
आज जम्मू बेस कैंप से रवाना हुआ जत्था
आज सुबह जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने जम्मू बेस कैंप से अमरनाथ यात्रा के पहले जत्ये को झंडी दिखाकर रवाना कर दिया है. यात्रा के लिए 3,500 से ज्यादा तीर्थयात्री जम्मू पहुंचे हैं.
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