शास्त्रों में पूजा-पाठ के कुछ खास रहस्यों का उल्लेख किया गया है। कहते हैं कि पूजा-पाठ को पूर्ण श्रद्धा के साथ करना चाहिए। इस दौरान आपको राजा से रंक भी मिल सकता है. सिद्धांत यह है कि पूजा-पाठ के बाद भगवान का भोग लगाना भी अत्यंत आवश्यक है। कहते हैं कि बिना भगवान को भोग लगाए भोजन ग्रहण नहीं किया जाता। ऐसे में जानिए देवताओं के प्रिय भोग के बारे में.
हिंदू धर्म में भगवान गणेश को सर्वपूज्नीय माना गया है. मान्यता है कि गणेश भगवान मोदक और लड्डू सबसे प्रिय हैं. कहते हैं भगवान गणेश को मोदक, बेसन के लड्डू या मोतीचूर के लड्डू का भोग लगाने से वे बहुत जल्दी खुश हो जातै हैं भक्तों के सभी विघ्न हर लेते हैं.
सावन के पवित्र महीने में शिवजी की पूजा का विशेष महत्व बताया गया है. कहते है कि इस माह में की गई कुछ खास चीजें भोलेनाथ को बहुत जल्द प्रसन्न करती हैं. इस महीने में भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए उन्हें दूध, दही, शहद आदि अर्पित करना चाहिए. कहते हैं इससे वे जल्द प्रसन्न हो जाते हैं और भक्तों की हर मनोकामना पूरी करते हैं.
दुर्गा मां को हलवा और चना बहुत प्रिय है. नवरात्र के दौरान आखिरी दिन व्रती मां को हलवा और चने का भोग लगाते हैं. कहते हैं इससे मां दुर्गा खुश होकर व्यक्ति की सभी मनोकामनाएं पूरी कर देती हैं और घर में धन-धान्य की कमी नहीं होने देती.
मंगलवार और शनिवार का दिन हनुमान जी को समर्पित है. कहते हैं इस दिन हनुमान जी को बूंदी का भोग लगाना बहुत शुभ होता है. इस दिन बूंदी का भोग लगाने से हर संकट टल जाता है. इसके साथ ही हनुमान जी भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूरी करते हैं.
हर व्यक्ति मां लक्ष्मी को प्रसन्न करना चाहता है. कहते हैं कि मां लक्ष्मी की नियमित रूप से पूजा और उन्हें उनकी प्रिय चीजें अर्पित करने से वे प्रसन्न हो जाती हैं और भक्तों को घर में सुख-समृद्धि का आशीर्वाद देती हैं. मां लक्ष्मी को सफेद चीज जैसे खीर, बर्फी, मखाने की खीर आदि का भोग लगाने से वे शीघ्र प्रसन्न होती हैं और भक्तों पर जमकर कृपा बरसाती हैं.